राणाप्रताप सिंह | Ranapratap Singh

राणाप्रताप सिंह | Ranapratap Singh

राणाप्रताप सिंह | Ranapratap Singh

राणाप्रताप सिंह | Ranapratap Singh के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : राणाप्रताप सिंह है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dwijendra Lal Ray | Dwijendra Lal Ray की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 6.7 MB है | पुस्तक में कुल 240 पृष्ठ हैं |नीचे राणाप्रताप सिंह का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | राणाप्रताप सिंह पुस्तक की श्रेणियां हैं : comedy

Name of the Book is : Ranapratap Singh | This Book is written by Dwijendra Lal Ray | To Read and Download More Books written by Dwijendra Lal Ray in Hindi, Please Click : | The size of this book is 6.7 MB | This Book has 240 Pages | The Download link of the book "Ranapratap Singh" is given above, you can downlaod Ranapratap Singh from the above link for free | Ranapratap Singh is posted under following categories comedy |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 6.7 MB
कुल पृष्ठ : 240

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इस नाटकके पहले बंगलामें राणा प्रतापसिंहके ही चरित्रके आधारपर 'अश्रुमती' नामक नाटक लिखा जा चुका था । वह जगप्रसिद्ध कवि रवीन्द्रनाथ ठाकुरके भाई श्रीयुत ज्योतिरिन्द्रनाथ ठाकुरका लिखा हुआ है और इतना अच्छा समझा जाता है कि उसके होते हुए दूसरा प्रतापसिंह लिखा जाना और उसमें ख्यातिलाभ करना बहुत ही कठिन काम था; फिर भी द्विजेन्द्रबाबूकी विलक्षण प्रतिभाने इस कार्यमें सफलता प्राप्त की और अपनी रचनाको अनुमतीसे भी अधिक चमका दिया। उन्होंने उस पूर्वपरिचित चरित्रको भी एक ऐसे आकार में खड़ा किया कि उसे देखकर दर्शक और पाठक मुग्ध हो गये और उनकी फीर्ति चिरस्थायी हो गई।

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