रविन्द्र नाथ ठाकुर – एक जीवनी : कृष्ण कृपलानी | Ravindra Nath Thakur – Ek Jivani : Krishna Kriplani |

रविन्द्र नाथ ठाकुर – एक जीवनी : कृष्ण कृपलानी | Ravindra Nath Thakur – Ek Jivani : Krishna Kriplani |

रविन्द्र नाथ ठाकुर – एक जीवनी : कृष्ण कृपलानी | Ravindra Nath Thakur – Ek Jivani : Krishna Kriplani | के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : रविन्द्र नाथ ठाकुर - एक जीवनी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Krishna Kriplani | Krishna Kriplani की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 19 MB है | पुस्तक में कुल 306 पृष्ठ हैं |नीचे रविन्द्र नाथ ठाकुर - एक जीवनी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | रविन्द्र नाथ ठाकुर - एक जीवनी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Biography

Name of the Book is : Ravindra Nath Thakur - Ek Jivani | This Book is written by Krishna Kriplani | To Read and Download More Books written by Krishna Kriplani in Hindi, Please Click : | The size of this book is 19 MB | This Book has 306 Pages | The Download link of the book "Ravindra Nath Thakur - Ek Jivani " is given above, you can downlaod Ravindra Nath Thakur - Ek Jivani from the above link for free | Ravindra Nath Thakur - Ek Jivani is posted under following categories Biography |

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पुस्तक का साइज : 19 MB
कुल पृष्ठ : 306

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रबीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई, 1861 को कलकत्ता के प्रसिद्ध जोर सांको भवन में हुआ था। आपके पिता देबेन्‍द्रनाथ टैगोर (देवेन्द्रनाथ ठाकुर) ब्रह्म समाज के नेता थे। आप उनके सबसे छोटे पुत्र थे। आपका परिवार कोलकत्ता के प्रसिद्ध व समृद्ध परिवारों में से एक था। भारत का राष्ट्र-गान आप ही की देन है। रवीन्द्रनाथ टैगोर की बाल्यकाल से कविताएं और कहानियाँ लिखने में रुचि थी। रवीन्द्रनाथ टैगोर को प्रकृति से अगाध प्रेम था। एक बांग्ला कवि, कहानीकार, गीतकार, संगीतकार, नाटककार, निबंधकार और चित्रकार थे। भारतीय संस्कृति के सर्वश्रेष्ठ रूप से पश्चिमी देशों का परिचय और पश्चिमी देशों की संस्कृति से भारत का परिचय कराने में टैगोर की बड़ी भूमिका रही तथा आमतौर पर उन्हें आधुनिक भारत का असाधारण सृजनशील कलाकार माना जाता है।

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