सहकारी समाज | Sahakari Samaj के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : सहकारी समाज है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Balvant Singh | Balvant Singh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Balvant Singh | इस पुस्तक का कुल साइज 3 MB है | पुस्तक में कुल 120 पृष्ठ हैं |नीचे सहकारी समाज का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | सहकारी समाज पुस्तक की श्रेणियां हैं : Social
Name of the Book is : Sahakari Samaj | This Book is written by Balvant Singh | To Read and Download More Books written by Balvant Singh in Hindi, Please Click : Balvant Singh | The size of this book is 3 MB | This Book has 120 Pages | The Download link of the book "Sahakari Samaj" is given above, you can downlaod Sahakari Samaj from the above link for free | Sahakari Samaj is posted under following categories Social |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
भारत में सहकार आम तौर से सामाजिक ढंग का था | देश के आर्थिक जीवन में पहले मुद्रा या व्यक्तिगत आमदनी का विशेष स्थान न था | इसके संगठन का बुनियाद स्वरूप सम्मिलित परिवार था | सम्मिलित परिवार में माता-पिता , विवाहित भाई, उनकी बहुएं, उनके बच्चे। अविवाहित भाई - बहनें सभी रहते थे