संस्कृत शास्त्रों का इतिहास | Sanskrit Shastron Ka Itihas के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : संस्कृत शास्त्रों का इतिहास है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Baldev Upadhyay | Baldev Upadhyay की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Baldev Upadhyay | इस पुस्तक का कुल साइज 12.15 MB है | पुस्तक में कुल 656 पृष्ठ हैं |नीचे संस्कृत शास्त्रों का इतिहास का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | संस्कृत शास्त्रों का इतिहास पुस्तक की श्रेणियां हैं : history
Name of the Book is : Sanskrit Shastron Ka Itihas | This Book is written by Baldev Upadhyay | To Read and Download More Books written by Baldev Upadhyay in Hindi, Please Click : Baldev Upadhyay | The size of this book is 12.15 MB | This Book has 656 Pages | The Download link of the book "Sanskrit Shastron Ka Itihas" is given above, you can downlaod Sanskrit Shastron Ka Itihas from the above link for free | Sanskrit Shastron Ka Itihas is posted under following categories history |
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सनशास्त्रों के ऐतिहासिक विवेचन से सम्पने इस अर्थ को जिज्ञासुजनों के सामने उपस्थित करते समय लेखक को परम हर्ष हो रहा है । बहुत दिनों की इच्छा आज पूर्ण हो रही है। शास्त्रों की महिमा तया विस्तृति विशेष परिलक्षित होती है । शास्त्री की उद्गम स्थली श्रुति ही है। श्रुति के भीतर अन्ननहित बीजो के पल्लवन से शास्त्रों का उदय भारतवर्ष में हुआ है। इस प्रकार शास्त्रों के उदय तथा अभ्युदय की शिक्षा पर्म के व्याक परिधि से दहि त नहीं है। इस सा को लक्ष्य फरे छ। विभिन्न शास्त्र वेद के सहायकरूप में परिगृहीत होकर 'वेदाङ्ग' के नाम से अभिहित किये जाते हैं।