शिवाजी के मानस पुत्र | Shivaji Ke Manas Putra

शिवाजी के मानस पुत्र | Shivaji Ke Manas Putra

शिवाजी के मानस पुत्र | Shivaji Ke Manas Putra के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : शिवाजी के मानस पुत्र है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Anil Chawla | Anil Chawla की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 180 KB है | पुस्तक में कुल 9 पृष्ठ हैं |नीचे शिवाजी के मानस पुत्र का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | शिवाजी के मानस पुत्र पुस्तक की श्रेणियां हैं : history

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कुल पृष्ठ : 9

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जाणता राजा छत्रपति शिवाजी के जीवन पर रचा गया एक भव्य नाटक, जो शिवाजी के जन्म से प्रारंभ हो कर उनके राज्याभिषेक पर समाप्त हो जाता है। नाटक के रचयिता बाबासाहेब पुरंदरे का इस प्रकार पटाक्षेप करने का निर्णय कुछ दर्शकों को अटपटा लगा पर सत्य यह है कि छः जून १६७४ को शिवाजी के राज्याभिषेक के साथ ही उनके सूर्यास्त की भूमिका प्रारंभ हो गयी थी। लगभग छ; वर्ष पश्चात ३ अप्रैल १६८० को जब उन्होंने देह त्यागी तब तक वह सब घटित हो चुका था जिसके कारण बाद में मराठों का पतन हुआ।

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