सूरसागर सार सटीक | Soorsagar Sar Sateek

सूरसागर सार सटीक | Soorsagar Sar Sateek

सूरसागर सार सटीक | Soorsagar Sar Sateek के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : सूरसागर सार सटीक है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dheerendra Verma | Dheerendra Verma की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 16.74 MB है | पुस्तक में कुल 359 पृष्ठ हैं |नीचे सूरसागर सार सटीक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | सूरसागर सार सटीक पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature

Name of the Book is : Soorsagar Sar Sateek | This Book is written by Dheerendra Verma | To Read and Download More Books written by Dheerendra Verma in Hindi, Please Click : | The size of this book is 16.74 MB | This Book has 359 Pages | The Download link of the book "Soorsagar Sar Sateek" is given above, you can downlaod Soorsagar Sar Sateek from the above link for free | Soorsagar Sar Sateek is posted under following categories literature |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 16.74 MB
कुल पृष्ठ : 359

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वासुदेव (श्रीकृष्ण) अवर्णीय है | वे सम्पूर्ण संसार के पिता, स्वामी तथा गुरु और अपने भक्तों की दृष्टता सहन कर लेते है | भृगु के चरणों (के आघात) को अपने हृदय पर सहन के उन्होंने सबको आनन्दित करने वाले वचनो का प्रयोग किया | (इस प्रकार की सहनशीलता के अभाव में) शिव और ब्रहमा

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