सुखी जीवन | Sukhi Jeevan के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : सुखी जीवन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Maitri Devi | Maitri Devi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Maitri Devi | इस पुस्तक का कुल साइज 17.5 MB है | पुस्तक में कुल 183 पृष्ठ हैं |नीचे सुखी जीवन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | सुखी जीवन पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge
Name of the Book is : Sukhi Jeevan | This Book is written by Maitri Devi | To Read and Download More Books written by Maitri Devi in Hindi, Please Click : Maitri Devi | The size of this book is 17.5 MB | This Book has 183 Pages | The Download link of the book "Sukhi Jeevan" is given above, you can downlaod Sukhi Jeevan from the above link for free | Sukhi Jeevan is posted under following categories Knowledge |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
बचपनमें ही मैं सुख और आनन्दकी खोजमें निकली थी, परंतु बचपन समाप्त हुआ और युवावस्था भी बीतनेको आयी; तो भी सच्चा सुख न मिला। आखिर निराश हो मैं एक वृक्षके नीचे जा बैठी। उस समय वहाँ एक देवी आयीं और मुझे चिन्तातुर देख प्रेमभरी दृष्टिसे मुसकराती हुई मधुर वचन बोलीं।देवी-'यहाँ निराश होकर मन मारे क्यों बैठी हो? तुम्हारा |कुछ खो गया है? बताओ, तुम क्या हूँढ़ रही हो?'