तांत्रिकगुरु | Tantrik Guru के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : तांत्रिकगुरु है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Nalinikanth | Nalinikanth की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Nalinikanth | इस पुस्तक का कुल साइज 82.7 MB है | पुस्तक में कुल 296 पृष्ठ हैं |नीचे तांत्रिकगुरु का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | तांत्रिकगुरु पुस्तक की श्रेणियां हैं : jyotish
Name of the Book is : Tantrik Guru | This Book is written by Nalinikanth | To Read and Download More Books written by Nalinikanth in Hindi, Please Click : Nalinikanth | The size of this book is 82.7 MB | This Book has 296 Pages | The Download link of the book "Tantrik Guru " is given above, you can downlaod Tantrik Guru from the above link for free | Tantrik Guru is posted under following categories jyotish |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
जिनसे यह जगत् सृष्ट हुआ है, जिनको अवलम्बन बना कर यह. अवस्थित है, कल्प के अन्त में जिनमें फिर यह लय होगा; ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर जिनकी आराधना करते हैं, उसी विध्याद्विनिलया महामाया की कृपा से उपलब्ध यह ‘तान्त्रिक गुरु' सर्वसाधारण के करों में परम आदर के साथ अर्पण कर रहा हूँ । बङ्गाल में तन्त्रशास्त्र का बड़ा ही प्रभाव है। शाक्त, शैव, वैष्णव आदि सभी साकार के उपासक तन्त्रशास्त्र के अनुसार ही दीक्षा ग्रहण करते हैं।