उलूक-तन्त्र | Ulook-Tantra

उलूक-तन्त्र | Ulook-Tantra

उलूक-तन्त्र | Ulook-Tantra के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : उलूक-तन्त्र है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Baldev Prasad Mishra | Baldev Prasad Mishra की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 05.8 MB है | पुस्तक में कुल 164 पृष्ठ हैं |नीचे उलूक-तन्त्र का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | उलूक-तन्त्र पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Ulook-Tantra | This Book is written by Baldev Prasad Mishra | To Read and Download More Books written by Baldev Prasad Mishra in Hindi, Please Click : | The size of this book is 05.8 MB | This Book has 164 Pages | The Download link of the book "Ulook-Tantra" is given above, you can downlaod Ulook-Tantra from the above link for free | Ulook-Tantra is posted under following categories Stories, Novels & Plays |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 05.8 MB
कुल पृष्ठ : 164

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

खेमटा तिवारी गृहस्वामी ओर ‘सिद्धोंकी सराय के संस्थापक हैं । उनके पिताकी अन्तिम इच्छा एक धर्मशाला बनवानेकी थी । उसीकी इन्होंने इस रूप में पूर्ति की है । तिवारीजी एक ही बात बार-बार कहा करते हैं । वह यह कि बाल्यकालमें स्वास्थ्यके किन नियमका पालन न करनेसे उनके उदमें वायुने अड्डा जमा लिया है और किस-किस समय वह उनङ्गल होकर किस-किस दिशामें दौड़ती है । तिवारीजी भूत-प्रेत नहीं मानते, पर ४९ तरक्की वायुका अस्तित्व स्वीकार करते हैं। चन्दनसिंहके बायें हाथमें भी इतनी शक्ति है कि वे आपका मुंह काला कर दें या आपको पङ्गु कर दें या आपके अङ्गीको इनर विकृत कर दें कि आपको कर्ज देनेवाला काली भी आपको न पहचान सके । अर्थात् में चित्रकार हैं।

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *