वैष्णव-संगीतशात्र भाग – २ | Vaishnav Sangeet Shastra Part – 2 के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : वैष्णव-संगीतशात्र भाग – २ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Guru Vipin Singh | Guru Vipin Singh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Guru Vipin Singh | इस पुस्तक का कुल साइज 65.7 MB है | पुस्तक में कुल 154 पृष्ठ हैं |नीचे वैष्णव-संगीतशात्र भाग – २ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | वैष्णव-संगीतशात्र भाग – २ पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature
Name of the Book is : Vaishnav Sangeet Shastra Part – 2 | This Book is written by Guru Vipin Singh | To Read and Download More Books written by Guru Vipin Singh in Hindi, Please Click : Guru Vipin Singh | The size of this book is 65.7 MB | This Book has 154 Pages | The Download link of the book " Vaishnav Sangeet Shastra Part – 2 " is given above, you can downlaod Vaishnav Sangeet Shastra Part – 2 from the above link for free | Vaishnav Sangeet Shastra Part – 2 is posted under following categories literature |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
मणिपुर के संगीत और नृत्य गुरु रास, एवं संकीर्तन में जिन सय मन्थों के गीतों का व्यवहार करते हैं एवं जिन ग्रन्थों से प्रयोजनीय विषय लेकर यह शास्त्रीय नर्तन धारा प्रवाहित है, उनमें से कुछ प्रन्थों का महल का अंश लेकर ही हमारा यह संग्रह-ग्रन्थ संकलित है। पन्थ के आरम्भ में हमारे महावैष्णव पन्थकारों का संक्षिप्त परिचय प्रदान करने का मैं प्रयास कर रहा हूँ, जिसे मैं अत्यन्त प्रासंगिक मानता हैं। उनके रचनासौर्य की क्षमता, मनीषा को अभिव्यक्त करने में हमारी लेखनी सबल नहीं है, फिर भी उनकी मर्त्यलोक-ठीला के कुछ अंश को व्यक्त करने की दुःसाहसिक प्रचेष्टा पाठकों के समक्ष निवेदित है । यह समस्त वैष्णव-साहित्य मणिपुर-संस्कृति में वेदवाक्य स्वरूप है, अलंघनीय है, इसीलिए मणिपुर के नृत्य-गीत के विषय में आलोचना हेतु वैष्णव साहित्य का यथार्थ ज्ञान वांछनीय है