वनौषधि चन्द्रोदय भाग-5 | Vanaushadhi Chandrodaya Bhag-5

वनौषधि चन्द्रोदय भाग-5 | Vanaushadhi Chandrodaya Bhag-5

वनौषधि चन्द्रोदय भाग-5 | Vanaushadhi Chandrodaya Bhag-5 के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : वनौषधि चन्द्रोदय भाग-5 है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Chandraraj Bhandari | Chandraraj Bhandari की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 03.97 MB है | पुस्तक में कुल 125 पृष्ठ हैं |नीचे वनौषधि चन्द्रोदय भाग-5 का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | वनौषधि चन्द्रोदय भाग-5 पुस्तक की श्रेणियां हैं : ayurveda, health

Name of the Book is : Vanaushadhi Chandrodaya Bhag-5 | This Book is written by Chandraraj Bhandari | To Read and Download More Books written by Chandraraj Bhandari in Hindi, Please Click : | The size of this book is 03.97 MB | This Book has 125 Pages | The Download link of the book "Vanaushadhi Chandrodaya Bhag-5" is given above, you can downlaod Vanaushadhi Chandrodaya Bhag-5 from the above link for free | Vanaushadhi Chandrodaya Bhag-5 is posted under following categories ayurveda, health |


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पुस्तक का साइज : 03.97 MB
कुल पृष्ठ : 125

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यूनानी मत से इसके पत्ते शीतल तथा बीज गरम और खुश्क होते हैं। इसके पत्तों का रस प्रमेह में लाभ पहुंचाता है। इसकी तरकारी कफको नष्ट करती है । यह औषधि पाचनशक्ति को तीव्र करके भूख को बढाती है । आमाशय कों बलवान बनाती है । जो मधुमेह मैदे की खराबी से पैदा होता है, उसमें यह लाभ पहुँचाती है। आमाशय की खराबी को यह दूर करती है । इसकी मात्रा आवे तोले तक की है।

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