विधि मार्ग प्रपा | Vidhi Maragprapa के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : विधि मार्ग प्रपा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Achary Jinvijay Muni | Achary Jinvijay Muni की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Achary Jinvijay Muni | इस पुस्तक का कुल साइज 6MB है | पुस्तक में कुल 192 पृष्ठ हैं |नीचे विधि मार्ग प्रपा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | विधि मार्ग प्रपा पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature
Name of the Book is : Vidhi Maragprapa | This Book is written by Achary Jinvijay Muni | To Read and Download More Books written by Achary Jinvijay Muni in Hindi, Please Click : Achary Jinvijay Muni | The size of this book is 6MB | This Book has 192 Pages | The Download link of the book "Vidhi Maragprapa " is given above, you can downlaod Vidhi Maragprapa from the above link for free | Vidhi Maragprapa is posted under following categories literature |
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इस प्रन्धका सपादन करने में हमें दीन हसड़िखित प्रतियां प्राप्त हुई थीं-निमें मुरष प्रति पूनाकै भाग्यरकर प्राच्यविद्यास्रशोधन मन्दिर सुरक्षित राजकीय अन्धसभइफी थी। यह प्रति बहुत प्राचीन और शुद्धप्राय है। इसके हातमें लियनेयाका नामनिर्देश और सबवादि नहीं दिया गया, इसलिये यए ठीक ठीक तो नहीं कहा जा शकता कि यह कयी ड़िती हुई है, पर पग्रादिकी स्थिति देखते हुए भाष संवत् १५७७ के आसपासकी यह ट्रिी हुए होगी ऐमा सशक्ति भगान किया जा सकता है। इस प्रतिको पीटैसे किसी तज्ञ विद्वान् पतिजनने राय अच्छी घरह सशोधन भी किया है और इसलिये यह प्रति इदमय है, ऐसा वहना चाहिये