आयुर्वेद का इतिहास प्रथम भाग | AYURVEDA KA ITIHAS PART 1

आयुर्वेद का इतिहास प्रथम भाग | Ayurveda Ka Itihas Part 1

आयुर्वेद का इतिहास प्रथम भाग | Ayurveda Ka Itihas Part 1

आयुर्वेद का इतिहास प्रथम भाग | Ayurveda Ka Itihas Part 1 के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : आयुर्वेद का इतिहास प्रथम भाग है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Suram Chandra | Suram Chandra की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 28 MB है | पुस्तक में कुल 312 पृष्ठ हैं |नीचे आयुर्वेद का इतिहास प्रथम भाग का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | आयुर्वेद का इतिहास प्रथम भाग पुस्तक की श्रेणियां हैं : health

Name of the Book is : AYURVEDA KA ITIHAS PART 1 | This Book is written by Suram Chandra | To Read and Download More Books written by Suram Chandra in Hindi, Please Click : | The size of this book is 28 MB | This Book has 312 Pages | The Download link of the book "AYURVEDA KA ITIHAS PART 1" is given above, you can downlaod AYURVEDA KA ITIHAS PART 1 from the above link for free | AYURVEDA KA ITIHAS PART 1 is posted under following categories health |

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पुस्तक का साइज : 28 MB
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इतने महानुभावों के ग्रन्थों का पर्यालोचन, उपलब्ध अयुर्वेदीय सम्पूर्ण ग्रन्थों का पाठ तथा पूर्ववर्ती लेखकों की भूलों का प्रदर्शन करके यह इतिहास लिखा गया है। आर्य इतिहास सम्मत काल-क्रम का स्पष्ट चित्र इसमें प्रथमवार उपस्थित होता है।इस तिथि-क्रम को आधारशिला श्री पण्डित भगवद्दत्त जी के वैदिक वाङमय का इतिहास, तीन भाग, भारतवर्ष का इतिहास तथा भारतवर्ष का बृहद् इतिहास प्रथम भाग हैं। पक्षपाती पाश्चात्य लेखकों के विचारों से प्रवृत वर्तमान अन्धकारमय भारत में ये ग्रन्थ हैं, जो यथार्थ भारतीय इतिहास को स्पष्ट कर रहे हैं। मेरे अध्ययन ने उनको तथ्य मेरे मन पर अधिकाधिक प्रकाशित कर दिया है। । आयुर्वेद एक महान विज्ञान है । ऐलोपैथी आदि अधूरे-विज्ञान इसके समीप भी नहीं पहुंच पाए । आयुर्वेद की इस महत्ता को में इस इतिहास में प्रकट नहीं कर सका । स्थानाभाव इसका मुहप कारण है। इस इतिहास में

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