बलि का बकरा | Bali Ka Bakra के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : बलि का बकरा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Manmathnath Gupt | Manmathnath Gupt की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Manmathnath Gupt | इस पुस्तक का कुल साइज 2.7 MB है | पुस्तक में कुल 100 पृष्ठ हैं |नीचे बलि का बकरा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बलि का बकरा पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Bali Ka Bakra | This Book is written by Manmathnath Gupt | To Read and Download More Books written by Manmathnath Gupt in Hindi, Please Click : Manmathnath Gupt | The size of this book is 2.7 MB | This Book has 100 Pages | The Download link of the book "Bali Ka Bakra " is given above, you can downlaod Bali Ka Bakra from the above link for free | Bali Ka Bakra is posted under following categories Stories, Novels & Plays |
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हजारीलाल की माता का बहुत पहले ही देहान्त हो गया था । न उस को अपनी माता की याद थी, और न उसके बड़े भाई सोनेलाल को ही उस की कुछ याद थी। उन के पिता को मरे मी पांच साल से अधिक हो गये थे । घर में इस समय केवल तीन ही प्राणी थे, हजारीलाल, उसका बड़ा भाई सोनेलाल शीर उस की मामी होमवती या होमी ।