देवात्मा हिमालय | Devatma Himalaya के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : देवात्मा हिमालय है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Ram Sharma Acharya | Shri Ram Sharma Acharya की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shri Ram Sharma Acharya | इस पुस्तक का कुल साइज 02.1 MB है | पुस्तक में कुल 65 पृष्ठ हैं |नीचे देवात्मा हिमालय का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | देवात्मा हिमालय पुस्तक की श्रेणियां हैं : inspirational, Knowledge
Name of the Book is : Devatma Himalaya | This Book is written by Shri Ram Sharma Acharya | To Read and Download More Books written by Shri Ram Sharma Acharya in Hindi, Please Click : Shri Ram Sharma Acharya | The size of this book is 02.1 MB | This Book has 65 Pages | The Download link of the book "Devatma Himalaya" is given above, you can downlaod Devatma Himalaya from the above link for free | Devatma Himalaya is posted under following categories inspirational, Knowledge |
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पदार्थों और प्राणियों के परमाणुओं-जीवकोषों में मध्यवर्ती नाभिक न्यूक्लियस होते हैं। उन्हीं को शक्ति स्रोत कहा गया है और घिरे हुए परिकर को उसी उद्गम से सामर्थ्य मिलती है तथा अवयवों की सक्रियता बनी रहती है। यह घिरा हुआ परिकर गोल भी हो सकता है। और चपटा अण्डाकार भी। यह संरचना और परिस्थितियों पर निर्भर है।