दिल की बात | Dil Ki Baat के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : दिल की बात है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Gurudayal Malik | Gurudayal Malik की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Gurudayal Malik | इस पुस्तक का कुल साइज 13 MB है | पुस्तक में कुल 244 पृष्ठ हैं |नीचे दिल की बात का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | दिल की बात पुस्तक की श्रेणियां हैं : history, Knowledge
Name of the Book is : Dil Ki Baat | This Book is written by Gurudayal Malik | To Read and Download More Books written by Gurudayal Malik in Hindi, Please Click : Gurudayal Malik | The size of this book is 13 MB | This Book has 244 Pages | The Download link of the book "Dil Ki Baat" is given above, you can downlaod Dil Ki Baat from the above link for free | Dil Ki Baat is posted under following categories history, Knowledge |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
श्री गुरुदयाल जी मलिक का जन्म सीमान्त प्रदेश में हुआ शिक्षादीक्षा पञ्जाब और सिन्ध में मिली, और कार्यक्षेत्र समूचा भारत बना । वे सच्चे अर्थों में सम्पूर्ण भारत के नागरिक हैं । रौलट एक्ट के बाद जिन भारतीयों का प्रथम बार बाहर से पञ्जाब के भीतर प्रवेश करने का सुअवसर मिला था उनमें से प्रथम मलिक जी भी हैं। दीनबन्धु एण्डूज़ के साथ उन्हें दुःख और अपमान से सम्पन्न पंजाब को अच्छी तरह देखने का मौका मिला था । वर्तमान युग की तीन महान् विभूतियों महात्मा गान्धी, कविवर रवीन्द्र श्री सी० एफ़ एण्ड़ ज़ के अत्यन्त निकटवर्ती होने का संभाग्य मलिक जी को प्राप्त हुआ था और तीनों के विशिष्ट गुण उनमें वर्तमान है ।