दिवोदास | Divodas

दिवोदास | Divodas

दिवोदास | Divodas के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : दिवोदास है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Rahul Sankrityayan | Rahul Sankrityayan की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 8.8 MB है | पुस्तक में कुल 155 पृष्ठ हैं |नीचे दिवोदास का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | दिवोदास पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Divodas | This Book is written by Rahul Sankrityayan | To Read and Download More Books written by Rahul Sankrityayan in Hindi, Please Click : | The size of this book is 8.8 MB | This Book has 155 Pages | The Download link of the book "Divodas " is given above, you can downlaod Divodas from the above link for free | Divodas is posted under following categories Knowledge, Stories, Novels & Plays |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 8.8 MB
कुल पृष्ठ : 155

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

दिवोदास' लिखने का ख्याल बहुत वर्षों से था। मेरे ऋग्वैदिक आर्य ग्रंथ को इस ग्रंथ की बड़ी भूमिका समझिये । इसलिये यहाँ बहुत लिखना नहीं चाहता स्वास्थ्य के कारण मुझे कार्य को कर डालने का ख्याल हुआ। इसलिये लघु उपन्यास लिखना पड़ा ऋग वैदिकाल की घटनायें उपन्यास का विपय हो सकती हैं । शंबु विजय और दाशराज्ञ युद्ध, शंवर विजय आदि रूप में दिवोदास के पुत्र सुदास के समय आर्यों के भीतर दाशराज्ञ का गृहयुद्ध हुआ ।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.