गौमाता पंचगव्य चिकित्सा | Gaumata Panchgavya Chikitsa के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : गौमाता पंचगव्य चिकित्सा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Rajiv Dixit | Rajiv Dixit की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Rajiv Dixit | इस पुस्तक का कुल साइज 03.9 MB है | पुस्तक में कुल 130 पृष्ठ हैं |नीचे गौमाता पंचगव्य चिकित्सा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | गौमाता पंचगव्य चिकित्सा पुस्तक की श्रेणियां हैं : ayurveda, health, Knowledge
Name of the Book is : Gaumata Panchgavya Chikitsa | This Book is written by Rajiv Dixit | To Read and Download More Books written by Rajiv Dixit in Hindi, Please Click : Rajiv Dixit | The size of this book is 03.9 MB | This Book has 130 Pages | The Download link of the book "Gaumata Panchgavya Chikitsa" is given above, you can downlaod Gaumata Panchgavya Chikitsa from the above link for free | Gaumata Panchgavya Chikitsa is posted under following categories ayurveda, health, Knowledge |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
भारत में देशी गाय की जितनी नस्लें हैं इनके इतिहास में झाकें तो स्पष्ट होता है कि उनका आकार, दूध देने की क्षमता, बैलों द्वारा भार खींचने की क्षमता यह सब वहाँ की भौगोलिकता के अनुसार है। अतः यह कह पाना मुश्किल है कि कौन सी नस्ल की गाय श्रेष्ठ है। भारत में सभी प्रजातियों की गाय अपनी-अपनी भौगोलिकता में अपने-अपने स्थान पर श्रेष्ठ हैं। उत्तर पश्चिम भारत की गायें दूध अधिक देती हैं तो इसका भी कारण वहाँ की भौगोलिकता है। दक्षिण भारत एवं पहाड़ी की गाय दूध सबसे कम देती हैं। तो यह भी स्थानीय भौगोलिकता के कारण ही है।