Bhartiya Videsh Neeti Ka Adhar

भारतीय विदेश नीति का आधार | Bhartiya Videsh Neeti Ka Adhar

भारतीय विदेश नीति का आधार | Bhartiya Videsh Neeti Ka Adhar

भारतीय विदेश नीति का आधार | Bhartiya Videsh Neeti Ka Adhar के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : भारतीय विदेश नीति का आधार है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Visheshwar Prasad | Visheshwar Prasad की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 30 MB है | पुस्तक में कुल 299 पृष्ठ हैं |नीचे भारतीय विदेश नीति का आधार का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भारतीय विदेश नीति का आधार पुस्तक की श्रेणियां हैं : politics

Name of the Book is : Bhartiya Videsh Neeti Ka Adhar | This Book is written by Visheshwar Prasad | To Read and Download More Books written by Visheshwar Prasad in Hindi, Please Click : | The size of this book is 30 MB | This Book has 299 Pages | The Download link of the book "Bhartiya Videsh Neeti Ka Adhar" is given above, you can downlaod Bhartiya Videsh Neeti Ka Adhar from the above link for free | Bhartiya Videsh Neeti Ka Adhar is posted under following categories politics |

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पुस्तक का साइज : 30 MB
कुल पृष्ठ : 299

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भारत में अँग्रेज़ी राज का वट-वृक्ष अठारहवीं सदी में पनपा-बढ़ा--समुद्र-तट पर एक छोटे-से बीज से बढ़ते-बढ़ते उसने एक विशाल वृक्ष का रूप धारण कर लिया जिसकी शाखाएँ उत्तर और दक्षिण भारत के अनेक भागों में फैल गई। ईस्ट इंडिया कंपनी के शासकों में अब अपनी नई भूमिका की चेतना जागी और, भारतीय सीमाओं के भीतर हो या बाहर, इस देश पर प्रभुता जमाने में जो भी उनका प्रतिद्वंद्वी हुआ, उसे उन्होंने ईर्ष्या और संदेह की दृष्टि से देखा। स्वाभाविक था कि मराठों और अफ़गानों की ओर उनका ध्यान गया। उन्नीसवीं सदी के शुरू के सालों में ही विद्रोही टीपू का पराभव हो गया, मराठों का गौरव-सूर्य अस्त हुआ और अफ़गानों की शक्ति छिन्न-भिन्न हो गई।

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