ग्राम दान | Gram Daan

ग्राम दान | Gram Daan

ग्राम दान | Gram Daan के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : ग्राम दान है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 05.0 MB है | पुस्तक में कुल 174 पृष्ठ हैं |नीचे ग्राम दान का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | ग्राम दान पुस्तक की श्रेणियां हैं : history, politics

Name of the Book is : Gram Daan | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 05.0 MB | This Book has 174 Pages | The Download link of the book "Gram Daan" is given above, you can downlaod Gram Daan from the above link for free | Gram Daan is posted under following categories history, politics |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 05.0 MB
कुल पृष्ठ : 174

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पूज्य विनोबाजी की उत्तर-प्रदेश की पद-यात्रा में भूदान-यज्ञ-आरोहण की सम्भावनाओं की शाकिरण प्रथम मगरोठ ने दिखायी। तब से इसकी ओर देखने का लोगो का दृष्टिकोण सशय से ऊपर उठने लगा, कुछ अनुकूल भी हो चला उत्कल में इसकी परिणति कोरापुट जिले ने कर दिखायी पर वह ठहरा आदिवासी, वनवासी, भोला-भाला, प्राथमिक समाजवृत्तिबाला, दरिद्री, वेकार जमीन का क्षेत्र विनोबाजी बृतिपूर्वक बढते ही गये मदुराई जिले की आधुनिकतम शिक्षित जनता ने जब अपनी साल में तीन फसलोवाली उर्वरा कीमती भूमि ग्राम-समूह दान में देना शुरू किया और विनोबाजी के न जाते हुए भी जब महाराष्ट्र की चट्टान जैसी तर्क-प्रधान बुद्धिवादी पृष्ठभूमि में एक पूरा महाल (थाना) समर्पण हुआ, तब से भूदान की एक तरह पूर्णाहुति ही मानी गयी।

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