रुद्रयामल तंत्र | Rudryamala Tantra

रुद्रयामल तंत्र | Rudryamala Tantra

रुद्रयामल तंत्र | Rudryamala Tantra

रुद्रयामल तंत्र | Rudryamala Tantra के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : रुद्रयामल तंत्र है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Dr. Rudradev Tripathi | Dr. Rudradev Tripathi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 21 MB है | पुस्तक में कुल 306 पृष्ठ हैं |नीचे रुद्रयामल तंत्र का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | रुद्रयामल तंत्र पुस्तक की श्रेणियां हैं : jyotish

Name of the Book is : Rudryamala Tantra | This Book is written by Dr. Rudradev Tripathi | To Read and Download More Books written by Dr. Rudradev Tripathi in Hindi, Please Click : | The size of this book is 21 MB | This Book has 306 Pages | The Download link of the book "Rudryamala Tantra " is given above, you can downlaod Rudryamala Tantra from the above link for free | Rudryamala Tantra is posted under following categories jyotish |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 21 MB
कुल पृष्ठ : 306

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रुद्रयामल' केवल यामल-ग्रन्थों का ही नहीं, अपितु समग्र आगम-तन्त्र ग्रन्थों का चूड़ामणि ग्रन्थ है। आप किसी भी तन्त्रसम्बन्धी ग्रन्थ का अवलोकन कीजिए किसी-न-किसी रूप में वहां रुद्रयामल की साक्षी अवश्य मिल जाएगी। यदिहास्ति तदन्यत्र यन्नेहास्ति न तत् क्वचित्-‘जो यहां है 'वह और वही', अन्यत्र है और जो यहां नहीं है, वह अन्यत्र कहीं नहीं है' यह उति इसके लिए पूर्ण रूप से सत्य सिद्ध होती है।

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2 Comments

  1. आपका उद्देश बहुत ही सही है और बहुत सारी किताबे देख कर मन प्रसन्न हुआ।

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