रूठी रानी | Roothi Rani

रूठी रानी | Roothi Rani

रूठी रानी | Roothi Rani के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : रूठी रानी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Manohar Singh Rathaud | Manohar Singh Rathaud की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 01.7 MB है | पुस्तक में कुल 136 पृष्ठ हैं |नीचे रूठी रानी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | रूठी रानी पुस्तक की श्रेणियां हैं : history

Name of the Book is : Roothi Rani | This Book is written by Manohar Singh Rathaud | To Read and Download More Books written by Manohar Singh Rathaud in Hindi, Please Click : | The size of this book is 01.7 MB | This Book has 136 Pages | The Download link of the book "Roothi Rani" is given above, you can downlaod Roothi Rani from the above link for free | Roothi Rani is posted under following categories history |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 01.7 MB
कुल पृष्ठ : 136

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वह अमरसर के प्रतापी राजा राव शेखा के दरबार में पहुंचीं राव शेखा शरण में आये की मदद करते थे । नारी ने इस अपमान की आग में जलते हुये प्रण लिया था कि इस राज्य के क्रूर राजा को मार कर मेरा बदला मिलेगा तभी चैन लूंगी । राव शेखा ने उस विधवा बनी हुई भयविवाहिता को धेटी की तरह अपने निवास में रखा अवसर आने पर बड़े कौशल से पुढे करके कोलराज का वध किया । कोलराज का कटा सिर लाकर विधवा स्त्री को सौंप दिया और कहा कि - बेटी लो मैंने तुम्हारा प्रण पूरा कर दिया । वह प्रसन्न हो उठती है और नाटक समाप्त हो जाता है ।

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