श्री नारायण गुरु | Shri Narayan Guru के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : श्री नारायण गुरु है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Murkot Kunnahappa | Murkot Kunnahappa की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Murkot Kunnahappa | इस पुस्तक का कुल साइज 3.4 MB है | पुस्तक में कुल 86 पृष्ठ हैं |नीचे श्री नारायण गुरु का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | श्री नारायण गुरु पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge
Name of the Book is : Shri Narayan Guru | This Book is written by Murkot Kunnahappa | To Read and Download More Books written by Murkot Kunnahappa in Hindi, Please Click : Murkot Kunnahappa | The size of this book is 3.4 MB | This Book has 86 Pages | The Download link of the book "Shri Narayan Guru" is given above, you can downlaod Shri Narayan Guru from the above link for free | Shri Narayan Guru is posted under following categories Knowledge |
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उस समय जब ऐजावा मात्र अछूत ही नहीं अपितु अवांछनीय एवं पद्दलित भी माने जाते थे, बहुत से ऐसे ऐजावा थे जो आयुर्वेदिक पद्धति, जिसका सम्पूर्ण साहित्य मात्र संस्कृत में ही उपलब्ध है, से इलाज करते थे। यह इस बात का प्रमाण है कि ऐजावाओं में उच्च कोटि के संस्कृतज्ञ भी थे। उस्तुतः केरल का सम्पर्ण भू-भाग ऐजावा वैद्य एवं संस्कृतज्ञों से भरा है । अत: कहा जा सकता है कि जनसाधारण में आयुर्वेद एवं संस्कृत को जीवित रखने का श्रेय इन्हीं ऐजावा वैद्यों को ही है ।