श्री शिव चालीसा | Shri Shiva Chalisa के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : श्री शिव चालीसा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 200 KB है | पुस्तक में कुल 02 पृष्ठ हैं |नीचे श्री शिव चालीसा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | श्री शिव चालीसा पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Shri Shiva Chalisa | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 200 KB | This Book has 02 Pages | The Download link of the book "Shri Shiva Chalisa " is given above, you can downlaod Shri Shiva Chalisa from the above link for free | Shri Shiva Chalisa is posted under following categories dharm |
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जय गिरिजापति दीनदयाला,सदा करत सन्तन प्रतिपाला. भाल चन्द्रमा सोहत नीके. कानन कुण्डल नागफ़णी केअंग गौर सिर गंग बहाये. मुण्माल तन क्षार लगाये. वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे. छवि को देखि नाग मुनि मोहे. मैंना मातु कि हवे दुलारी. वाम अंग सोहत छवि न्यारी. कर त्रिशूल सोहत छवि भारी, करत सदा शत्रुन क्षयकारी. नन्दि गणेश सोहे तहं कैसे, सागर मध्य कमल हैं जैसे. कार्तिक श्याम और गणराऊ. या छवि को जात न काऊ. देवन जबहिं जाय पुकारा. तबहिं दुख प्रभु आप निवारा |