उत्सर्ग | Utsarg

उत्सर्ग | Utsarg

उत्सर्ग | Utsarg के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : उत्सर्ग है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Tara Pandey | Tara Pandey की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 05.0 MB है | पुस्तक में कुल 173 पृष्ठ हैं |नीचे उत्सर्ग का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | उत्सर्ग पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Utsarg | This Book is written by Tara Pandey | To Read and Download More Books written by Tara Pandey in Hindi, Please Click : | The size of this book is 05.0 MB | This Book has 173 Pages | The Download link of the book "Utsarg " is given above, you can downlaod Utsarg from the above link for free | Utsarg is posted under following categories Stories, Novels & Plays |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 05.0 MB
कुल पृष्ठ : 173

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

आज से ढाई वर्ष पूर्व मैं अपनी बहिन की रचनाओं का प्रथम संग्रह “ सीकर के रूप में लेकर धड़कते हुए हृदय से पाठको के सम्मुख उपस्थित हुआ था, तब मुझे स्वप्न में भी इस बात की संभावना नहीं दिखाई देती थी कि ‘सीकर' के दूसरे संस्करण की भी नौबत आयगी । सचमुच हिन्दी साहित्य के उत्तमोत्तम काव्य-ग्रंथ भी वर्षों तक यो ही प्रकाशक की अलमारी की शोभा बढ़ाते हैं, अथवा अपने पार्थिव शरीर को दीमकों की क्षुधा-तृप्ति के लिये समर्पण कर पुण्य का अर्जन करते हैं। अतएवं दो वर्ष के भीतर ही ‘सीकर' के प्रथम संस्करण का अप्राप्य हो जाना इस बात की पुष्टि करता है कि अब हिन्दी के पाठकों में गुण ग्राहिता का भाव बढ़ रहा है। विद्वानों ने अपनी अमूल्य संमतियों द्वारा मेरी बहिन के बालप्रयास को जो प्रोत्साहन दिया उसके लिये मै उनका आभारी हैं।

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *