दरिया कहै शब्द निरबाना | Dariya Kahai Shabd Nirabana के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : दरिया कहै शब्द निरबाना है | इस पुस्तक के लेखक हैं : osho | osho की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : osho | इस पुस्तक का कुल साइज 1274 KB है | पुस्तक में कुल 190 पृष्ठ हैं |नीचे दरिया कहै शब्द निरबाना का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | दरिया कहै शब्द निरबाना पुस्तक की श्रेणियां हैं : inspirational, Spirituality -Adhyatm
Name of the Book is : Dariya Kahai Shabd Nirabana | This Book is written by osho | To Read and Download More Books written by osho in Hindi, Please Click : osho | The size of this book is 1274 KB | This Book has 190 Pages | The Download link of the book "Dariya Kahai Shabd Nirabana" is given above, you can downlaod Dariya Kahai Shabd Nirabana from the above link for free | Dariya Kahai Shabd Nirabana is posted under following categories inspirational, Spirituality -Adhyatm |
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उस ओंकार के नाद में लिपटे हुए शब्द जब आते हैं बस कोई श्रावक चाहिए, कोई जो पी ले जो विचारों को हटाकर एक तरफ रख दे, जो अपने सिर को उतारकर एक तरफ हटा दे और जो सिर्फ प्यास की तरह अपनी झोली को फैला दे, तो जरूर दरिया ठीक कहते हैं दरिया कहै शब्द निरबाना मगर ये निर्वाण के शब्द केवल शिष्यों को सुनायी पड़ते हैं, प्रेमियों को सुनायी पड़ते हैं, भक्तों को सुनायी पड़ते हैं। इन शब्दों का पांडित्य से कोई संबंध नहीं है। और तुम भाषा समझते हो इसलिए तुम, इन्हें समझ लोगे, ऐसी भांति में न पड़ना। ये शब्द शून्य से आते हैं।