देविकालोत्तरागम | Devikalottragam के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : देविकालोत्तरागम है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Vraj Vallabha Dwivedi | Vraj Vallabha Dwivedi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Vraj Vallabha Dwivedi | इस पुस्तक का कुल साइज 23.4 MB है | पुस्तक में कुल 116 पृष्ठ हैं |नीचे देविकालोत्तरागम का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | देविकालोत्तरागम पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Devikalottragam | This Book is written by Vraj Vallabha Dwivedi | To Read and Download More Books written by Vraj Vallabha Dwivedi in Hindi, Please Click : Vraj Vallabha Dwivedi | The size of this book is 23.4 MB | This Book has 116 Pages | The Download link of the book "Devikalottragam" is given above, you can downlaod Devikalottragam from the above link for free | Devikalottragam is posted under following categories dharm |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
भारतीय सनातन धर्म-दर्शनों का मूल स्रोत निगम और आगम ही है। इनमें आगम-साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए अनेक विश्वविद्यालयों और अनुसन्धान संस्थानों से अनेक अप्रकाशित ग्रन्थों का प्रकाशन कार्य चल रहा है। राष्ट्रिय संस्कृत संस्थान (नई दिल्ली) द्वारा मान्यताप्राप्त हमारे काशी जंगमवाड़ी मठ के शैवभारती शोधप्रतिष्ठान के द्वारा भी चन्द्रज्ञान, सूक्ष्म, मकुट, कारण, पारमेश्वर जैसे आगमों का प्रकाशन हो चुका है। अब इसी शृंखला में देवीकालोत्तर नामक आगम का शिवार्पण करते हुए हमें अपार हर्ष का अनुभव हो रहा है।