फुग्गे का वह दिन |The Day of the Bubble के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : फुग्गे का वह दिन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : James A. Smith | James A. Smith की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : James A. Smith | इस पुस्तक का कुल साइज 267 KB है | पुस्तक में कुल 10 पृष्ठ हैं |नीचे फुग्गे का वह दिन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | फुग्गे का वह दिन पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, inspirational
Name of the Book is : The Day of the Bubble | This Book is written by James A. Smith | To Read and Download More Books written by James A. Smith in Hindi, Please Click : James A. Smith | The size of this book is 267 KB | This Book has 10 Pages | The Download link of the book "The Day of the Bubble " is given above, you can downlaod The Day of the Bubble from the above link for free | The Day of the Bubble is posted under following categories Knowledge, inspirational |
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होमर नाम का एक लड़का था। वह स्लीपी हौलो नाम के शहर में रहता था। शहर एक पहाड़ी के नीचे बसा था। होमर पहाड़ी के ऊपर अपने चाचा हेनरी के साथ एक पुराने से मकान में रहता था। पूरे दिन होमर अपने चाचा के छोटे खेत में काम करता और अन्य छोटे-मोटे कामों में हाथ बंटाता था। परंतु शाम का खाना खत्म होने के बाद होमर अपने चाचा के साथ बाहर के बरामदे में बैठता और अपने सबसे मनपसंद खेल में रम जाता था। उसका शौक था फुग्गे-यानि साबुन के गुब्बारे फुलाना। परंतु होमर के फुग्गे कोई साधारण फुग्गे नहीं थे। होमर बड़े फुग्गे फुलाने के लिए बरसों से कोशिश कर रहा था। उसके फुग्गे इतने मज़बूत होते थे कि वह जल्दी फूटते भी नहीं थे। होमर फुग्गे बनाने के लिए एक खास किस्म का 'सल्यूशन' यानि घोल तैयार करता था। बहुत से लोग सिर्फ साबुन का घोल इस्तेमाल करते हैं। परंतु होमर तो एक वैज्ञानिक था। वह अलग-अलग घोलों का परीक्षण करता और अधिक देरी तक टिकने वाले फुग्गे बनाने की जुगाड़ में लगा रहता।