तूस की आग | Toos Ki Aag के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : तूस की आग है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Bhawaniprasad Mishr | Bhawaniprasad Mishr की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Bhawaniprasad Mishr | इस पुस्तक का कुल साइज 713 KB है | पुस्तक में कुल 138 पृष्ठ हैं |नीचे तूस की आग का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | तूस की आग पुस्तक की श्रेणियां हैं : Poetry
Name of the Book is : Toos Ki Aag | This Book is written by Bhawaniprasad Mishr | To Read and Download More Books written by Bhawaniprasad Mishr in Hindi, Please Click : Bhawaniprasad Mishr | The size of this book is 713 KB | This Book has 138 Pages | The Download link of the book " Toos Ki Aag " is given above, you can downlaod Toos Ki Aag from the above link for free | Toos Ki Aag is posted under following categories Poetry |
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अपनी कोई नयी रात जो धनी होगी । पहले की रातो से भी क्या जाने शामों को कौन बनाता है। इस तरह आकर चले जाने के लिए दिन वदल गये हैं। मगर शामें ना ये नहीं बदली कौन बनाता है इन शाम को जो वक्त बदल जाने के बाद भी नही बदली हैं ।