प्रज्ञोपनिषद | Pragyopanishad के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : प्रज्ञोपनिषद है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Pt. Shri Ramsharma Acharya | Pt. Shri Ramsharma Acharya की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Pt. Shri Ramsharma Acharya | इस पुस्तक का कुल साइज 3.9 MB है | पुस्तक में कुल 113 पृष्ठ हैं |नीचे प्रज्ञोपनिषद का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | प्रज्ञोपनिषद पुस्तक की श्रेणियां हैं : Spirituality -Adhyatm
Name of the Book is : Pragyopanishad | This Book is written by Pt. Shri Ramsharma Acharya | To Read and Download More Books written by Pt. Shri Ramsharma Acharya in Hindi, Please Click : Pt. Shri Ramsharma Acharya | The size of this book is 3.9 MB | This Book has 113 Pages | The Download link of the book "Pragyopanishad " is given above, you can downlaod Pragyopanishad from the above link for free | Pragyopanishad is posted under following categories Spirituality -Adhyatm |
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इसी प्रकार के व्यक्तियों को महामानव कहते हैं। वे स्वयं धन्य बनते हैं। संपर्क वालों को चंदनवृक्ष की तरह धन्य बनाते हैं। उनके कारण समूचा वातावरण महकने लगता है। जलने पर भी वेधूप की तरह सुगंध और दीप की तरह सुगंध और दीप की तरह प्रकाश फैलाते हैं। जिस समय क्षेत्र में ऐसे लोग जन्मते हैं, वह भी उनकी गतिविधियों के कारण धन्य बन जाता है