योग रसायन हिंदी पुस्तक मुफ्त डाउनलोड | Yog Rasayan Hindi Book Free Download के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : है | इस पुस्तक के लेखक हैं : | की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 4.91 MB है | पुस्तक में कुल 100 पृष्ठ हैं |नीचे का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पुस्तक की श्रेणियां हैं : health, inspirational
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श्रीरमापतये नमः । योगरसायनम । किनन्नननन्यथव 2 20बाए न बटानाननाननन-य मंगलमू । योगनिद्रां समासादय यः दोते चोषविषरे । तस्य पादांचुज नित्य देवस्य प्रणमाम्यहम् ॥१॥। अथे--योगरूपी निद्राको ग्रहण करके जो शेष- नागकी शय्यापर शयन करते हैं ऐसे जो दिव्यखरूप विष्णुभगवान हैं तिनके चरणकमलोंके प्रति मैं सर्व- दाकाल नमस्कार करताह इति॥ १ ॥। योगिराज दिव चापि नत्वा गुरुपदांवुजम् | योगाचायानददोघेण योगं वक्ष्यामि सिद्धये ॥२॥। अथ--सर्व योगियोंके मुख्य अधिपति जो शिवजी हैं तिनको नमस्कार करके ओर अपने गुरुके चरणक- मलोंको नमस्कार करके तथा योगविद्याके आचाये जो त्स्पेन्द्रनाथ गोरक्षनाथ पतंजढ़ि याज्ववल्क्य आदिक हद तिन सर्वको नमस्कारकरके साधकपुरुषोंकी मोक्ष- या र १9
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