पॉपकॉर्न चोर : अलेक्जेंडर मिक्काल स्मिथ हिंदी पुस्तक मुफ्त पीडीऍफ़ डाउनलोड | Popcorn Chor : Alexander McCall Smith Hindi Book Free PDF Download

पॉपकॉर्न चोर : अलेक्जेंडर मिक्काल स्मिथ | Popcorn Chor : Alexander McCall Smith

पॉपकॉर्न चोर : अलेक्जेंडर मिक्काल स्मिथ | Popcorn Chor : Alexander McCall Smith

पॉपकॉर्न चोर : अलेक्जेंडर मिक्काल स्मिथ | Popcorn Chor : Alexander McCall Smith के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : पॉपकॉर्न चोर है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Alexander McCall Smith | Alexander McCall Smith की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 1.4 MB है | पुस्तक में कुल 63 पृष्ठ हैं |नीचे पॉपकॉर्न चोर का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पॉपकॉर्न चोर पुस्तक की श्रेणियां हैं : children, inspirational, Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Popcorn Chor | This Book is written by Alexander McCall Smith | To Read and Download More Books written by Alexander McCall Smith in Hindi, Please Click : | The size of this book is 1.4 MB | This Book has 63 Pages | The Download link of the book "Popcorn Chor" is given above, you can downlaod Popcorn Chor from the above link for free | Popcorn Chor is posted under following categories children, inspirational, Stories, Novels & Plays |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : , ,
पुस्तक का साइज : 1.4 MB
कुल पृष्ठ : 63

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

बच्चे जहाज़ की छत पर सहमे हुए एक-दूसरे के साथ पड़े रहे। इतनी देर में डाक अपने जहाज़ को चलाने की तैयारी में लगे। कुछ देर बाद जब पॉपकौन का जहाज़ बहुत दूर हो गया तब स्टिंगरे बच्चों को, वर्ट के कमरे में ले गया। वर्ट उन डाकुओं का सरगना लगता था और शायद इसलिए उसका कमरा जहाज़ में सबसे आलीशान था।
| "अच्छा," बर्ट ने एकदम व्यावसायिक लहजे में लूसी की ओर इशारा करके कहा, "तुम दोनों लड़कियाँ रसोईघर में जाना। वहाँ तुम श्रीमती बर्ट से कहना कि तुम उनकी सहायक हो। यह तुम्हारा नया पेशा होगा। अब देखें, तुम्हें कितनी तनख्वाह मिलेगी? नई नौकरी के समय हरेक को उसकी तनख्वाह बताई जाती है। इसलिए तुम्हारी औकात कितनी होनी चाहिए? रोज़ दस घंटे काम, और हरेक घंटे के लिए इतने रुपए से वने..."

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *