मैं बदलाव ला सकता हूँ : पैट्रिशिया हिंदी पुस्तक मुफ्त पीडीऍफ़ डाउनलोड | Main Badlav La Sakta Hu : Patricia Hindi Book FRee PDF Download

मैं बदलाव ला सकता हूँ : पैट्रिशिया | Main Badlav La Sakta Hu : Patricia

मैं बदलाव ला सकता हूँ : पैट्रिशिया  | Main Badlav La Sakta Hu : Patricia

मैं बदलाव ला सकता हूँ : पैट्रिशिया | Main Badlav La Sakta Hu : Patricia के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : मैं बदलाव ला सकता हूँ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Arvind Gupta | Arvind Gupta की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 3.9 MB है | पुस्तक में कुल 26 पृष्ठ हैं |नीचे मैं बदलाव ला सकता हूँ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मैं बदलाव ला सकता हूँ पुस्तक की श्रेणियां हैं : children, inspirational

Name of the Book is : Main Badlav La Sakta Hu | This Book is written by Arvind Gupta | To Read and Download More Books written by Arvind Gupta in Hindi, Please Click : | The size of this book is 3.9 MB | This Book has 26 Pages | The Download link of the book "Main Badlav La Sakta Hu" is given above, you can downlaod Main Badlav La Sakta Hu from the above link for free | Main Badlav La Sakta Hu is posted under following categories children, inspirational |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 3.9 MB
कुल पृष्ठ : 26

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अगर आपके बच्चों ने अच्छा व्यवहार किया हो तो उनकी तारीफ़ भी करें. “तुमने उस महिला का सामान उठाने में मदद करके बहुत अच्छा काम किया” या “तुमने ‘खेल-दिवस' पर। हरेक के साथ बहुत अच्छा सलूक किया.” बच्चों को हमेशा डांटते रहने की बजाए इस प्रकार के सकारात्मक सन्देश ज्यादा कारगर साबित होंगे.
बच्चे नियमों को समझते हैं और उन्हें तोड़ने का नतीजा क्या होगा यह भी समझते हैं. माता-पिता और टीचर्स बच्चों को सरल शब्दों में नियमों के लागू किए जाने के पीछे का तर्क भी समझायें. | हर बार आप सही नहीं होंगे. आप से भी कभी गलती होगी. सभी लोगों को कभी-न-कभी बहुत गुस्सा आता है, वे अपनी गलतियों के लिए माफ़ी भी नहीं मांगते, और अक्सर इतने दयालु नहीं होते जितना उन्हें होना चाहिए. अपनी असफलताओं को स्वीकार करें, और गलतियों के लिए माफ़ी मांगे. यह सोचें कि आप अगली बार कुछ अलग क्या करेंगे. अपनी असफलताओं को स्वीकार करने का और घर में बेहतर इंसान बनने के उदहारण पेश करें. ऐसा करने से बच्चे भी आपकी नक़ल करने को प्रोत्साहित होंगे.

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