आल्ह-खण्ड | Aalha Khand

आल्ह-खण्ड | Aalha Khand

आल्ह-खण्ड | Aalha Khand के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : आल्ह-खण्ड है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Lalita Prasad Mishr | Lalita Prasad Mishr की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 335 KB है | पुस्तक में कुल 638 पृष्ठ हैं |नीचे आल्ह-खण्ड का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | आल्ह-खण्ड पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm

Name of the Book is : Aalha Khand | This Book is written by Lalita Prasad Mishr | To Read and Download More Books written by Lalita Prasad Mishr in Hindi, Please Click : | The size of this book is 335 KB | This Book has 638 Pages | The Download link of the book "Aalha Khand" is given above, you can downlaod Aalha Khand from the above link for free | Aalha Khand is posted under following categories dharm |

पुस्तक के लेखक :
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पुस्तक का साइज : 335 KB
कुल पृष्ठ : 638

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महाभारत के घोर युद्ध के बाद एक दिन राजसभा में बैठे हुए पांडवों ने भगवान श्रीकृष्ण से प्राथना की कि हे महाराज, आपकी कृपा से इस महान युद्ध में विजय तो हमने प्राप्त की, परन्तु अभी हमारी इच्छा तृप्त नहीं हुई। युद्ध करने की अभिलाषा अभी बाकी है। अन्तर्यामी वासुदेव ने उनका यह कथन सुन यह निश्चय कर कि इन्हें इस विजय से निश्चित अहंकार हो गया है

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