अखंड सौभाग्य | Akhand saubhagya

अखंड सौभाग्य हिंदी पुस्तक पीडीऍफ़ में | Akhand saubhagya hindi book in pdf

अखंड सौभाग्य हिंदी पुस्तक पीडीऍफ़ में | Akhand saubhagya hindi book in pdf के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : अखंड सौभाग्य है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Acharya Nanesh | Acharya Nanesh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 9.51 MB है | पुस्तक में कुल 240 पृष्ठ हैं |नीचे अखंड सौभाग्य का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | अखंड सौभाग्य पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays, Uncategorized

Name of the Book is : Akhand saubhagya | This Book is written by Acharya Nanesh | To Read and Download More Books written by Acharya Nanesh in Hindi, Please Click : | The size of this book is 9.51 MB | This Book has 240 Pages | The Download link of the book "Akhand saubhagya" is given above, you can downlaod Akhand saubhagya from the above link for free | Akhand saubhagya is posted under following categories Stories, Novels & Plays, Uncategorized |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 9.51 MB
कुल पृष्ठ : 240

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

कार महामंत्र की महत्ता और तपाराधना की गरिमा के जीवन्त प्रतीक भी । स्थान-स्थान पर इस सत्य को रेखांकित किया गया है कि जहाँ समता व भास्था है सत्य व शील है विनय व क्षमा है पवित्रता व सहनशीलता है वहां अखण्ड सीभाग्य है । यही उपन्याप्त के नाम को साथकता है और इसको सफल सिद्धि भी । प्रस्तुत आवृत्ति का प्रकाशन श्री सोहनलाल जी कमलचन्दजी सिपानी वेंगलोर (मूल निवासी उदयरामसर) के अथ सौजन्य से हो यहा है अतः सघ उनके प्रति साघुवाद व आभार ज्ञापित करता हे | उपन्यास के सम्पादन हेतु श्री शान्तिचन्द्र जी मेहता व प्रूफ- संशोधन तथा प्रस्तुति में अमल्य सहयोगार्थ श्री उदय नागोरी के भी हम श्राभारी हैं । श्री जन आटे प्रेस के व्यवस्थापक श्री राजेन्द्र रामपुरिया व सम्बद्ध कमंचारी भी धन्यवाद के पात्र है । पुरा विश्वास है कि पाठक प्रस्तुत आख्यान में निहित दाशं- निक/शास्त्रीय/संद्धान्तिक तत्त्वों को आत्मसात कर लाभान्वित होगे । मवदीय गयुमानमल चघोरड़िया सागरमल चपलोत इन्द्रचन्द बंद अध्यक्ष/संयोजक महामन्त्री सह-संयोजक भंवरलाल कोठारो चम्पालाल डागा उपाध्यक्ष सरदारमल कांकरिया केशरीचर्द सेठिया मोहनलाल मूधा नेमीचन्द तातेड़ कमल सिपानी सायरचन्द छल्लानी डॉ. संजीव भानावत सदस्यगण साहित्य समिति श्री श्र. भा. साधुमार्गी जैन संघ

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.