अमिट निशानी | Amit Nishani के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : अमिट निशानी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Sumitranandan Pant | Sumitranandan Pant की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Sumitranandan Pant | इस पुस्तक का कुल साइज 1 MB है | पुस्तक में कुल 118 पृष्ठ हैं |नीचे अमिट निशानी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | अमिट निशानी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Poetry
Name of the Book is : Amit Nishani | This Book is written by Sumitranandan Pant | To Read and Download More Books written by Sumitranandan Pant in Hindi, Please Click : Sumitranandan Pant | The size of this book is 1 MB | This Book has 118 Pages | The Download link of the book "Amit Nishani" is given above, you can downlaod Amit Nishani from the above link for free | Amit Nishani is posted under following categories Poetry |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
सच पूछो तो इस पुरतक में मेरा अपना कुछ भी नहीं, सबकुछ इसी संसार की धरोहर है जो उसे निराकार से साकार करके लौटा रही हैं। मेरी अतिशय भावुकता, यथार्थ में देखा जाय तो मेरी माँ के करण कोमल ममरवभरे हृदय से ही मुझे अमिट निशानी के रूप में मिली है । इसी विश्व की परिस्थितियो से मेरे जीवन में सुख-दुख की सृष्टि हुई, भावो-अभायो का निर्माण ग्रा, अनुभूतियो की आँधी चली, जगत-जीवन के प्रति जो धारणायें व भावनायें मेरे अन्तर में बनती गई, जनमती व पनपती गई, उन्हीं का यह शब्द रूप आज आपके समक्ष प्रस्तुत किये देती हैं ।