अपना रास्ता लो बाबा | Apna Rasta Lo Baba

अपना रास्ता लो बाबा | Apna Rasta Lo Baba

अपना रास्ता लो बाबा | Apna Rasta Lo Baba के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : अपना रास्ता लो बाबा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Kashinath Singh | Kashinath Singh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 1 MB है | पुस्तक में कुल 18 पृष्ठ हैं |नीचे अपना रास्ता लो बाबा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | अपना रास्ता लो बाबा पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Apna Rasta Lo Baba | This Book is written by Kashinath Singh | To Read and Download More Books written by Kashinath Singh in Hindi, Please Click : | The size of this book is 1 MB | This Book has 18 Pages | The Download link of the book "Apna Rasta Lo Baba" is given above, you can downlaod Apna Rasta Lo Baba from the above link for free | Apna Rasta Lo Baba is posted under following categories Stories, Novels & Plays |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 1 MB
कुल पृष्ठ : 18

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देवनाथ सिगरेट खरीद रहे थे। तभी बगल की दुकान से एक आवाज सुनाई पड़ी। कोई उनकी गली का रास्ता पूछ रहा था। आवाज जानी पहचानी थी। उस तरफ देखने की हिम्मत न जुटा सके। झटपट घर पहुंचने का छोटा रास्ता पकड़ा।
अंदर के कमरे में बच्चे हंगामा कर रहे थे। पत्नी आशा उन पर बलिहारी हुई जा रही थी। देवनाथ ने बच्चों को डांटा। फिर आशा से कहा, “आराम करने जा रहा हूं। कोई आए तो कहना कि बीमार हैं। ऊपर जंगले से ही कह देना।''

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