बचन भाग – १ | Bachan Part -1

बचन भाग – १ | Bachan Part -1

बचन भाग – १ | Bachan Part -1 के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : बचन भाग – १ है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 20.2 MB है | पुस्तक में कुल 514 पृष्ठ हैं |नीचे बचन भाग – १ का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बचन भाग – १ पुस्तक की श्रेणियां हैं : Spirituality -Adhyatm

Name of the Book is : Bachan Part -1 | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 20.2 MB | This Book has 514 Pages | The Download link of the book "Bachan Part -1" is given above, you can downlaod Bachan Part -1 from the above link for free | Bachan Part -1 is posted under following categories Spirituality -Adhyatm |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 20.2 MB
कुल पृष्ठ : 514

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ऐसा जा सत्त देश का बासी है उसको सन्त अवतार कहते हैं जब यह पृथ्वी सत्तलोक के सनमुख आती है तब संत औतार होते हैं तब ही जीव का उहार होता है। यह देश परदेश है काल का थाना है। यहाँ से हटो चित्त अन्तर में जोड़ी बिरह और प्रेम बल से तिल को फोड़ो चरनों से मेल करो शब्द को सुनो अमृत रस पान करो इस देश को छोड़ो उस देश मैं पहुँचो यह सन्त मत है और सब काल मत हैं।

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