बहती गंगा | Bahti Ganga

बहती गंगा | Bahti Ganga

बहती गंगा | Bahti Ganga के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : बहती गंगा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shiv Prasad Mishra Rudra Kashikey | Shiv Prasad Mishra Rudra Kashikey की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 05.0 MB है | पुस्तक में कुल 180 पृष्ठ हैं |नीचे बहती गंगा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बहती गंगा पुस्तक की श्रेणियां हैं : history, Knowledge, Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Bahti Ganga | This Book is written by Shiv Prasad Mishra Rudra Kashikey | To Read and Download More Books written by Shiv Prasad Mishra Rudra Kashikey in Hindi, Please Click : | The size of this book is 05.0 MB | This Book has 180 Pages | The Download link of the book "Bahti Ganga" is given above, you can downlaod Bahti Ganga from the above link for free | Bahti Ganga is posted under following categories history, Knowledge, Stories, Novels & Plays |


पुस्तक के लेखक :
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पुस्तक का साइज : 05.0 MB
कुल पृष्ठ : 180

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गंगा भागीरथी की कथा भी यों तो औपन्यासिक चमत्कार, विभीषिका, लोमहर्षणता और कौतूहल से श्रोत-मोत है, किन्तु बहती गंगा भी उससे किसी प्रकार कम नहीं है। ऑस्कर वाइल्ड और वाल्टर स्कॉट ने ऐतिहासिक सामग्री में से औपन्यासिक घटनाएँ निकालकर कौतुहल का अत्यन्त भव्य प्रसाद खड़ा किया, डिकन्स ने अपनी सूचम दृष्टि से पात्रों और स्थानों को शब्द-तूलिका से चित्रित करके इतना सजीव बना दिया कि कोई चाहे तो सूक्ष्म-से-सुक्ष्म रेखायों को भी नयनस्थ कर ले । एलेग्जेण्डर ड्यूमा ने अपने पात्रों और घटनाओं में ऐसी अद्भुत चपलता, गति और बेगशीलता भर दी कि प्रत्येक पंक्ति के साथ पाठक का मन उछलता-कूदता, हँसता-रोता, दौड़ता-लहराता चलता है।

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