बाईसवीं सदी | Baisvin Sadi के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : बाईसवीं सदी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Rahul Sanskrityayan | Rahul Sanskrityayan की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Rahul Sanskrityayan | इस पुस्तक का कुल साइज 4.93 MB है | पुस्तक में कुल 122 पृष्ठ हैं |नीचे बाईसवीं सदी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बाईसवीं सदी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays, history
Name of the Book is : Baisvin Sadi | This Book is written by Rahul Sanskrityayan | To Read and Download More Books written by Rahul Sanskrityayan in Hindi, Please Click : Rahul Sanskrityayan | The size of this book is 4.93 MB | This Book has 122 Pages | The Download link of the book "Baisvin Sadi" is given above, you can downlaod Baisvin Sadi from the above link for free | Baisvin Sadi is posted under following categories Stories, Novels & Plays, history |
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ओह, इतना परिवर्तन ! यहाँ इतने मोटे-मोटे वृक्ष पहले कहाँ थे ? यह बड़ी चट्टान भी तो यहाँ नहीं थी । तब यह आई कहाँ से १ हाँ, उस शिखरसे टूटकर आई मालूम पड़ती है; लेकिन इस ऊँची चट्टान के बीच में जाने से यह बाग्मतीमें नहीं गिर सकी । पर वहाँ से आई कैसे, राह में बड़े-बड़े वृक्ष जो हैं ! तो ज्ञात होता है, ये वृक्ष पीछे उगे हैं । और ये आकृतिसे सौ वर्ष पुराने मालूम होते हैं । तो क्या मेरे आये इतने दिन हो गये-श्रोह-हो ! हाँ, मुझे स्मरण हो रहा है, मैं फर्वरी १६२४ में यहाँ आया था । यदि तबसे १०० वर्ष बीते, तो अब २०२४ होना चाहिये ।