बंदर बांट | Bandar Bant
बंदर बांट | Bandar Bant के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : बंदर बांट है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Harivansh Ray Bachchan | Harivansh Ray Bachchan की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Harivansh Ray Bachchan | इस पुस्तक का कुल साइज 3 MB है | पुस्तक में कुल 17 पृष्ठ हैं |नीचे बंदर बांट का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बंदर बांट पुस्तक की श्रेणियां हैं : children
Name of the Book is : Bandar Bant | This Book is written by Harivansh Ray Bachchan | To Read and Download More Books written by Harivansh Ray Bachchan in Hindi, Please Click : Harivansh Ray Bachchan | The size of this book is 3 MB | This Book has 17 Pages | The Download link of the book "Bandar Bant" is given above, you can downlaod Bandar Bant from the above link for free | Bandar Bant is posted under following categories children |
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एक लोमड़ी खोज रही थी जंगल में कुछ खाने को, दीख पड़ा जब अंगूरों का गुच्छा, लपकी पाने को। ऊँचाई पर था वह गुच्छा, दाने थे रसदार बड़े, लगी सोचने अपने मन में कैसे ऊँची डाल चढ़े। नहीं डाल पर चढ़ सकती थी खड़ी हुई दो टाँगों पर, पहुँच न पाई, ऊपर उचकी अपना थूथन ऊपर कर। बार-बार वह ऊपर उछली बार-बार नीचे गिर कर लेकिन अंगूरों का गुच्छा रह जाता था बित्ते भर। सौ कौशिश करने पर भी जब गुच्छा रहा दूर को दूर अपनी हार छिपाने को वह बोली, खट्टे हैं. अंगूर ।