बोया काटा का अकाट्य सिद्धांत हिंदी पुस्तक | Boya Kata Ka Akatya Siddhant Hindi Book के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : है | इस पुस्तक के लेखक हैं : | की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 1.03 MB है | पुस्तक में कुल 32 पृष्ठ हैं |नीचे का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, hindu
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मिल गया है और मैं अपनी गवाही देकर साक्षी देकर आप में से हर एक आदमी को बताना चाहता हूँ कि जो बोएँगे वे काटेंगे और किसान के तरीके से फायदे में रहेंगे। भगवान को आप कया समझते हैं कि वे बॉटते फिरते हैं ? बॉटते तो हैं पर उससे पहले वे माँगते फिरते हैं । भगवान की इच्छा माँगने की है। भगवान शबरी के दरवाजे पर गए थे और उससे कहा था कि हम तो भूखे हैं कुछ हो तो खाने को ले आओ। शबरी के पास बेर थे सो उन्होंने ला करके दे दिए और कहा-हमारे पास यही हैं आप खा लीजिए। केवट के पास भगवान गए थे और कहा था--भाई साहब हमको तैरना नहीं आता मेहरबानी करके हमको लक्ष्मण और सीताजी को पार निकाल दीजिए। केवट ने निकाल दिया। भगवान माँगते फिरते हैं। वे सुग्रीव के पास भी गए थे और कहा था कि हमारी सीताजी को कोई चुरा ले गया है उनका पता लगाने के लिए आप अपनी सेना हमको दर योया काया का अरारख सिफीत