ब्रह्मविद्या-रहस्य | Brahmavidya Rahasya

ब्रह्मविद्या-रहस्य | Brahmavidya Rahasya

ब्रह्मविद्या-रहस्य | Brahmavidya Rahasya के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : ब्रह्मविद्या-रहस्य है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Shivanand Ji | Shri Shivanand Ji की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 4.4 MB है | पुस्तक में कुल 181 पृष्ठ हैं |नीचे ब्रह्मविद्या-रहस्य का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | ब्रह्मविद्या-रहस्य पुस्तक की श्रेणियां हैं : Spirituality -Adhyatm

Name of the Book is : Brahmavidya Rahasya | This Book is written by Shri Shivanand Ji | To Read and Download More Books written by Shri Shivanand Ji in Hindi, Please Click : | The size of this book is 4.4 MB | This Book has 181 Pages | The Download link of the book "Brahmavidya Rahasya " is given above, you can downlaod Brahmavidya Rahasya from the above link for free | Brahmavidya Rahasya is posted under following categories Spirituality -Adhyatm |


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पुस्तक का साइज : 4.4 MB
कुल पृष्ठ : 181

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जिज्ञासु को चाहिए कि उक्त नियम के अनुसार पुरुषार्थ करके अनुभवगम्य ज्ञान प्राप्त करे । विपयों की आसक्ति, प्रीति और इदं, अहं, मम, त्वं” अर्थात यह, में, मेरा, तुम” श्रादि संस्कारों के त्याग के विना अनुभवगम्य ज्ञान की साक्षात्कार नहीं हो सकता तथा मस्तिष्कगत ज्ञान और हृदयगत ज्ञान के विना विषयों की आसक्ति, प्रीति और इदं, अह, मम, वं' का त्याग नहीं हो सकता है। इसलिए जिज्ञासु को चाहिए कि प्रथम पुरुपार्थ करके मस्तिष्कगत ज्ञान और हृदयगत ज्ञान प्राप्त करे,

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2 Comments
  1. Avtar Singh says

    Thanks for this can you plz send me bharm vidya full book in hindi on my email id:- [email protected]

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