चिरयौवन का रहस्योद्घाटन | Chiryauvan Ka Rhasyodghatan के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : चिरयौवन का रहस्योद्घाटन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Brahmavarchas | Brahmavarchas की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Brahmavarchas | इस पुस्तक का कुल साइज 02.1 MB है | पुस्तक में कुल 65 पृष्ठ हैं |नीचे चिरयौवन का रहस्योद्घाटन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | चिरयौवन का रहस्योद्घाटन पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, dharm
Name of the Book is : Chiryauvan Ka Rhasyodghatan | This Book is written by Brahmavarchas | To Read and Download More Books written by Brahmavarchas in Hindi, Please Click : Brahmavarchas | The size of this book is 02.1 MB | This Book has 65 Pages | The Download link of the book "Chiryauvan Ka Rhasyodghatan " is given above, you can downlaod Chiryauvan Ka Rhasyodghatan from the above link for free | Chiryauvan Ka Rhasyodghatan is posted under following categories Knowledge, dharm |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
जिन व्यक्तियों से प्रश्न किया गया कि आप लंबी अवधि तक कैसे जिए उनमें से २८ प्रतिशत ने कहा कि हम इस संबंध में कुछ नहीं कह सकते, हम नहीं जानते कि इतनी उम्र हमने कैसे पाई ? हमने इसके लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किया, यह अनायास ही हो गया। २२ प्रतिशत लोगों ने इसे ईश्वर की इच्छा बताया, १७ प्रतिशत का कहना था कि वे अपनी समस्याओं की ओर से उदासीन रहें । १६ प्रतिशत व्यक्तियों ने अपने दीर्घ-जीवन का कारण परिश्रमशीलता और नियमितता को बताया। ११ प्रतिशत ने कहा कि हमारे पूर्वज दीर्घजीवी होते रहे हैं सो हमें भी दीर्घजीवन उनसे विरासत में मिला