दुकान में फंसी गौरइया | Dukan Me Fansi Gouraiya के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : दुकान में फंसी गौरइया है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Joy | Joy की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Joy | इस पुस्तक का कुल साइज 2.71 MB है | पुस्तक में कुल 18 पृष्ठ हैं |नीचे दुकान में फंसी गौरइया का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | दुकान में फंसी गौरइया पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Dukan Me Fansi Gouraiya | This Book is written by Joy | To Read and Download More Books written by Joy in Hindi, Please Click : Joy | The size of this book is 2.71 MB | This Book has 18 Pages | The Download link of the book "Dukan Me Fansi Gouraiya" is given above, you can downlaod Dukan Me Fansi Gouraiya from the above link for free | Dukan Me Fansi Gouraiya is posted under following categories Stories, Novels & Plays |
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जॉर्ज और हैरी वीडियो की दुकान पर अपने स्केटबोर्ड पर गए, वीडियो की दुकान बंद थी| दरवाज़े पर एक नोटिस लगा था, खिड़की से देखने पर उन्हें अंदर एक गौरड्या फंसी हुई दिखी दुकान का मालिक दो सप्ताह के लिए शहर से बाहर गया था और श्किल था अगर लड़कों ने जल्दी कार्रवाई नहीं की तो वो गरीब गौरइया मर जाएगी| लड़कों ने शहर के कुछ वयस्कों से मदद लेने की कोशिश की, लेकिन किसी ने भी पक्षी को बचाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई|