फ़्रांस की दो आँखें | Frans Ki Do Ankhen के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : फ़्रांस की दो आँखें है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Ramkrishan | Shri Ramkrishan की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shri Ramkrishan | इस पुस्तक का कुल साइज 3 MB है | पुस्तक में कुल 124 पृष्ठ हैं |नीचे फ़्रांस की दो आँखें का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | फ़्रांस की दो आँखें पुस्तक की श्रेणियां हैं : history
Name of the Book is : Frans Ki Do Ankhen | This Book is written by Shri Ramkrishan | To Read and Download More Books written by Shri Ramkrishan in Hindi, Please Click : Shri Ramkrishan | The size of this book is 3 MB | This Book has 124 Pages | The Download link of the book "Frans Ki Do Ankhen " is given above, you can downlaod Frans Ki Do Ankhen from the above link for free | Frans Ki Do Ankhen is posted under following categories history |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
क्लेमॉशो की जीवन नौका घटनाओं के प्रबल झंझावात में आगे की ओर बह चली। छोटी छोटी बात और साधारण घटना भी महान् आत्माओं को प्रभावित कर देती हैं, उनके विचारों का मानस पटल पर धक्का लगता है, वह जीवन संघर्ष के झकझोरों में अविचलित अपने आदर्श की ओर संलग्न आगे बढ जाते हैं। राजनैतिक प्राणियों के समान न तो उन्हें अवसर को तार्किक खोज रहती है, न ही हानि-लाभ के भाव प्रति भाव से पटाङ्कित और पटाक्षेप होने की आवश्यकता । लेमॉशो ने पतवार पकड़ा और खेता ही गया ।