गणेश पुराण का सांस्कृतिक अध्ययन | Ganesh Puran Ka Sanskratik Adhyayn

गणेश पुराण का सांस्कृतिक अध्ययन | Ganesh Puran Ka Sanskratik Adhyayn

गणेश पुराण का सांस्कृतिक अध्ययन | Ganesh Puran Ka Sanskratik Adhyayn के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : गणेश पुराण का सांस्कृतिक अध्ययन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Rachna Pandey | Rachna Pandey की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 31.43 MB है | पुस्तक में कुल 320 पृष्ठ हैं |नीचे गणेश पुराण का सांस्कृतिक अध्ययन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | गणेश पुराण का सांस्कृतिक अध्ययन पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, history

Name of the Book is : Ganesh Puran Ka Sanskratik Adhyayn | This Book is written by Rachna Pandey | To Read and Download More Books written by Rachna Pandey in Hindi, Please Click : | The size of this book is 31.43 MB | This Book has 320 Pages | The Download link of the book "Ganesh Puran Ka Sanskratik Adhyayn" is given above, you can downlaod Ganesh Puran Ka Sanskratik Adhyayn from the above link for free | Ganesh Puran Ka Sanskratik Adhyayn is posted under following categories dharm, history |


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पुस्तक का साइज : 31.43 MB
कुल पृष्ठ : 320

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ब्राह्मण देव-समाज मे गणेश के तीव्र उत्थान का प्रमुख कारण गाणपत्य सम्प्रदाय का उदविकसित होना भी है। 'गाणपत्य' आरम्भ में गणपति या गणेश के उपासक थे। उनके लिये गणेश वास्तविक सत्य थे। शिव, विष्णु तथा अन्य देवो से भी उच्च। इस विचारधारा को समाज में स्थापित करने तथा अपने आराध्य को लोकप्रिय बनाने के लिये गाणपत्यो द्वारा श्रुति, स्मृति और पुराणो के समानातर नया साहित्य रचा गया। गाणपत्य साहित्य की प्रमुख रचना 'गणेश पुराण' है।

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