गोल्डन इतिहास भारतवर्ष | Golden Itihas Bharatvarsh

गोल्डन इतिहास भारतवर्ष | Golden Itihas Bharatvarsh

गोल्डन इतिहास भारतवर्ष | Golden Itihas Bharatvarsh के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : गोल्डन इतिहास भारतवर्ष है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 22.6 MB है | पुस्तक में कुल 436 पृष्ठ हैं |नीचे गोल्डन इतिहास भारतवर्ष का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | गोल्डन इतिहास भारतवर्ष पुस्तक की श्रेणियां हैं : history

Name of the Book is : Golden Itihas Bharatvarsh | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 22.6 MB | This Book has 436 Pages | The Download link of the book "Golden Itihas Bharatvarsh" is given above, you can downlaod Golden Itihas Bharatvarsh from the above link for free | Golden Itihas Bharatvarsh is posted under following categories history |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 22.6 MB
कुल पृष्ठ : 436

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

१५ अगस्त १९४७ ई० से पहले के भारतवर्ष के उत्तर-पश्चिम में सफेद पर्वत, सुलेमान पर्वत और कीरथार पर्वत हैं । ये बहुत ऊँचे नहीं हैं और न इंन पर कोई घने बन ही हैं। इनमें खैर, कुर्रम, टोची, गोमल, बोलान आदि प्रसिद्ध दरें हैं। यही कारण है कि अधिकांश क्रिमणकारी स्थल की ओर से आये । क्या आर्य, क्या ईरानी, यूनानी, सिथियन, हूण, तुर्क, अफगान, मुग़ल आदि सब इन्ही दरों के मार्ग से भारतवर्ष में आये और इसी कारण से पश्चिमोत्तरी सीमा पर बहुत मी छावनियाँ हैं किन्तु हिमालय के साथ साथ बहुत कम छावनियाँ हैं।

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *