गोल्सवर्दी के तीन नाटक | Golsavardi Ke Teen Natak

गोल्सवर्दी के तीन नाटक | Golsavardi Ke Teen Natak

गोल्सवर्दी के तीन नाटक | Golsavardi Ke Teen Natak

गोल्सवर्दी के तीन नाटक | Golsavardi Ke Teen Natak के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : गोल्सवर्दी के तीन नाटक है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Munshi Premchand | Munshi Premchand की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 4.20 MB है | पुस्तक में कुल 278 पृष्ठ हैं |नीचे गोल्सवर्दी के तीन नाटक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | गोल्सवर्दी के तीन नाटक पुस्तक की श्रेणियां हैं : comedy, children

Name of the Book is : Golsavardi Ke Teen Natak | This Book is written by Munshi Premchand | To Read and Download More Books written by Munshi Premchand in Hindi, Please Click : | The size of this book is 4.20 MB | This Book has 278 Pages | The Download link of the book "Golsavardi Ke Teen Natak" is given above, you can downlaod Golsavardi Ke Teen Natak from the above link for free | Golsavardi Ke Teen Natak is posted under following categories comedy, children |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 4.20 MB
कुल पृष्ठ : 278

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दरवाजे के बाहर कुछ हलचल सुनाई देती है दरवाज्ञा झोंक से खुलता है, जैक बायविक कमरे में इस तरह पाता है, मानो गिर पडा हो । थह दरवाजे का फुडा पकडकर सडा सामने देख रहा है और अनच से मुस्कुरा रहा है। वह शाम के कपड़े पहने हुए है, और वह हैट सगाए हुए है जो तमाशा देखते वक्त लगाई जाती है। उसके हाथ में एक नीले रंग का मखमल की ज़माना बटुआ है। उसके लडफाँधे चेहरे पर ताजगी झलक रही है।

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