हालत और खराब हो सकती थी : मार्गट हिंदी पुस्तक | Halat Aur Kharab Ho Sakti Thi : Margot Hindi Book

हालत और खराब हो सकती थी : मार्गट | Halat Aur Kharab Ho Sakti Thi : Margot

हालत और खराब हो सकती थी : मार्गट | Halat Aur Kharab Ho Sakti Thi : Margot

हालत और खराब हो सकती थी : मार्गट | Halat Aur Kharab Ho Sakti Thi : Margot के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : हालत और खराब हो सकती थी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Arvind Gupta | Arvind Gupta की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 1.8 MB है | पुस्तक में कुल 30 पृष्ठ हैं |नीचे हालत और खराब हो सकती थी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | हालत और खराब हो सकती थी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Halat Aur Kharab Ho Sakti Thi | This Book is written by Arvind Gupta | To Read and Download More Books written by Arvind Gupta in Hindi, Please Click : | The size of this book is 1.8 MB | This Book has 30 Pages | The Download link of the book "Halat Aur Kharab Ho Sakti Thi" is given above, you can downlaod Halat Aur Kharab Ho Sakti Thi from the above link for free | Halat Aur Kharab Ho Sakti Thi is posted under following categories Stories, Novels & Plays |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 1.8 MB
कुल पृष्ठ : 30

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“पवित्र पुजारी,” उसने रोते हुए कहा, “देखो मुझ पर कितनी मुसीबत आन पड़ी | है. अब लड़ाई-झगड़े, रोने-चीखने के साथ-साथ घर में जानवरों की आवाजें भी
हैं. साथ में सूप में पंख गिर रहे हैं. पुजारी, इससे बदतर और भला क्या हो सकता है. कृपा मेरी मदद करें.” । पुजारी ने उस आदमी को बहुत ध्यान से सुना. अंत में उसने कहा, *अच्छा यह बताओ, क्या तुम्हारे पास कोई बकरी है?" “हाँ महाशय, मेरे पास एक बूढ़ी बकरी ज़रूर है, पर अब वो किसी काम की नहीं है." बहुत अच्छा,” पुजारी ने कहा, “अब तुम घर जाओ, और उस बकरी को भी अपनी झोपड़ी में रहने के लिए अन्दर लाओ.” *आप यह क्या कह रहे हैं।” आदमी ने रोते हुए कहा. देखो, मेरी बात मानो,” पुजारी ने कहा. “घर जाओ और बकरी को भी अपने साथ झोपड़ी में रखो.”

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